Description
रोटी की कीमत
यह यथार्थ जीवन से जुड़ी समस्याओं को दर्शाने वाला एक साहित्यिक संग्रह है। जीवन शैली को चलाने के लिए अमीर और गरीब दोनों ही जिंदगी भर जूझते रहते हैं। रोजी-रोटी के चक्कर में कितने लोगों का शोषण होता है , और कितने लोग हराम का खाते हैं।
इसमें देश के कोने कोने से लेखक लेखिकाओ ने भाग लिया है। और सबने अपने अपने भाव व्यक्त किए हैं। इस संकलन में एक नो साल के बच्चे ने भी भाग लिया हैऔर संकलन की शौभा बढ़ाई है। हम सबने मिलकर बहुत मेहनत की है इस संग्रह को लिखने में। आशा करती हूं कि आप सब को यह साहित्यिक संग्रह बहुत पसंद आएगा। इसमें हम सबने अपनी कल्पना से अपने भाव व्यक्त किए हैं । किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाने की हमारी कोई मनसा नहीं है।
धन्यवाद।।
संकलक: रेखा कंवरपाल यादव
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